आज सरस्वती विद्या मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, बनखेड़ी में बहिनों कें विकास एवं आज की कुरीतियों को देखते हुए “माँ-बेटी सम्मेलन” का आयोजन किया गया। जिसका प्रारंभ माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलन से किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती सुनीता बाधवा (प्राचार्य- शास.टै.उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, बनखेड़ी) अध्यक्षता श्रीमती मंजुसा जैन (समिति सदस्य) विशिष्ट अतिथि श्री सुनील जी दीक्षित (विभाग समन्वयक – नर्मदापुरम् विभाग) एवं कार्यक्रम की मुख्य वक्ता श्रीमती सुनीता पाण्डे दीदी (विद्या भारती मध्य क्षेत्र की बलिका प्रमुख) रही। जिन्होने अपने वक्तव्य में कहा कि माँ होने के नाते हमें यह सोचने -समझने की बात है कि उनकी बेटियों की वेशभूषा और रहन-सहन पर विशेष ध्यान देना चाहिए। इसके लिए हमारे इतिहास और पुराणों में बहुत कुछ दिया गया है जिसका हमें जरूर पालन करना चाहिए। उन्होनें कहा कि – ‘सूर्य को जल अर्पण करने से सूर्य का प्रकाश जब जल से होकर गुजरता है, तो उससे हमारी आँखो को फायदा होता है।’ मुख्य वक्ता के अन्तिम वक्तव्य को कहते हुए माताओं को बतलाया कि वतमान में बेटियाँ खाने में महिनों पुराने कुरकुरे, चिप्स एवं फास्ट फूड जैसे – न्यूडल्स्, पीजा, पास्ता इत्यादि के
सेवन से बेटियाँ झाँसी
की रानी, दुर्गावती, अहिल्या रानी नही बन सकती। इनके विकास के लिए शुध्द भोजन ही लाभकारी होगा। कार्यक्रम में विद्यालय की बहिनों द्वारा पत्रिकाओं का विमोचन समस्त अतिथि द्वारा किया गया। जिनमे व्याकरण हिन्दी प्रमुख रही। इस कार्यक्रम में माताओं द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लिया गया। जिनमें रंगोली, कुर्सी दौड़, मेंहदीं रही। तथा विजेता माताओं को पुरूस्कृत भी किया गया, इसके पश्चात हमारे विद्यालय के प्राचार्य चैनसिंह बन्नासिया द्वारा वर्तमान में बच्चों में फैल रही खसरा और रूबैला के बारे में बताया गया एवं 15 जनवरी 2019 से इसके टीके प्रत्येक अशासकीय विद्यालय में लगाये जायेगें। कार्यक्रम में लगभग 200 माताऐं एवं 250 बहिनों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम में समस्त आचार्य परिवार एवं प्राचार्य श्री चैनसिंह बन्नासिया उपस्थित रहें।